छात्रवृत्ति घोटाला: जिन छात्रों ने आवेदन ही नहीं दिया उनके खाते में भेजी गई स्कॉलरशिप की रकम

एक मामले में तो छात्रा के नाम से 77 हजार रुपए छात्रवृत्ति भेजी गई पर वह उसके खाते में न जाकर दूसरे खाते में चली गई। उस से भी बड़ी बात ये कि जिस खाते में रकम गई उसने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन ही नहीं किया था।
शिमला
हिमाचल प्रदेश में हुए ढाई सौ करोड़ के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में अब नए-नए खुलासे होने लगे हैं। जांच में लगी सीबीआई को कॉलेजों के दस्तावेजों से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। जिसके आधार पर अब कॉलेजों पर कार्रवाई तय है।
सीबीआई ने जांच में पाया कि छात्रवृत्ति के लिए छात्र-छात्राओं से फार्म भरवाने के दौरान बैंक एकाउंट का जो ब्योरा मांगा गया था छात्रवृत्ति उसमें न आकर किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दी गई।
एक मामले में तो छात्रा के नाम से 77 हजार रुपए छात्रवृत्ति भेजी गई पर वह उसके खाते में न जाकर दूसरे खाते में चली गई। उस से भी बड़ी बात ये कि जिस खाते में रकम गई उसने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन ही नहीं किया था।
छात्रा ने इसको लेकर शिकायत की पर कहीं भी उसकी सुनवाई नहीं हुई।
सीबीआई ऐसी ही तमाम शिकायतों को अपनी जांच में शामिल कर रही है। हिमाचल में साल 2013 से लेकर 2017 तक छात्रवृत्ति में जमकर घोटाले हुए। जांच दल परत दर परत उखाड़ने में लगा है।