22 रूपये में शरीर बेचने को मजबूर लड़कियां… कहाँ..? जानने के लिए पढ़िए यह ख़बर
यहां तक कि अवयस्क लड़कियाँ भी अपना शरीर बेचने को विवश हैं........
न्यूज़ डेस्क
हम आप को बताने जा रहे हैं इक्कीसवीं सदी की आधुनिक दुनिया का एक काला सच, जिसे पढ़ कर आप चौंक जायेंगे . लेकिन वः उतना ही सच है जितना यह की आप इस समय यह खबर पढ़ रहे हैं. हम आप को ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पेट भरने के लिए लड़कियाँ अपना शरीर केवल 22 रूपये में बेचने पर मजबूर हैं. यह अफ्रीकी देश है. आप को शायद यकीन नहीं आयेगा. अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दुनिया के सामने ये चौंकाने वाली खबर पेश की है.
अफ्रीका के इन दुर्भाग्यपूर्ण देशों के नाम हैं- अंगोला, जिम्बाब्वे, मलावी और मोजांबिक, जिनकी मदद के लिए दुनिया का कोई मानवाधिकार संगठन या मानवाधिकार का ढोंगी देश सामने नहीं आ रहा है.
अंगोला में देह व्यापार अब कमाने का जरिया नहीं बल्की भूखे मरने से बचने का जरिया हो गया है. यहां तक कि अवयस्क लडकियां भी इस देश में खाने का सामान जुटाने के लिए अपना शरीर बेचने को विवश हैं वह भी केवल 22 रुपये में.
इसी देश में कुछ बेहतर स्थिति वाले स्थान भी हैं जहां लड़कियों को 70-80 रुपये की कीमत भी मिल रही है. अंगोला, जिम्बाब्वे, मलावी, मोजाम्बिक.जाम्बिया, मेडागासकर, नामीबिया, लेसोथो और इस्वातिनी जैसे अफ्रीकी देश भी भोजन की विकराल समस्या के सामने बेबस हैं.
रॉयटर्स के अनुसार यहां की स्थिति भयावह है. मानवीय आधार पर लोगों को सहायता पहुंचाने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था वर्ल्ड विजन यहां के लोगों की कितनी मदद कर पा रही है, इसकी जानकारी तो रॉयटर्स ने नहीं दी पर इस संस्था के हवाले से एजेंसी ने बताया कि भूख से जान बचाने के लिए हालात इतने डरावने हैं कि अंगोला में सिर्फ 12 साल तक की लड़की 22 से 30 रुपये में अपना शरीर बेच रही है.
अपनेआप को दुनिया का सबसे बड़ा मानवाधिकार संगठन कह कर खुश होने वाला सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय संगठन यूनाइटेड नेशन्स भी यहां के हालात की केवल जानकारी ही दे रहा है. ये संगठन यहां के हालात को बेहतर बनाने में क्या भूमिका निभा रहा है, इस बात पर कोई जानकारी नहीं दी गई है.
यूएन के अनुसार दक्षिणी अफ्रीका में साढ़े चार करोड़ लोग भूख की मार झेलने को विवश हैं. भुखमरी के जिम्मेदार कारणों में यहां की सूखा, बाढ़ और बदहाल आर्थिक स्थिति का हवाला दिया जा रहा है.