देहरादून: पुलिसकर्मी की पत्नी चलाती थी देह व्यपार का धंधा, व्हाट्सएप पर नाबालिगों की फोटो भेजती और तय होता था सौदा
देहरादून में एक पुलिसकर्मी की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया जो देह व्यपार का धंधा चलाती थी. व्हाट्सएप पर नाबालिगों की फोटो भेजती और फिर तय होता था सौदा……पढिये पूरी खबर
देहरादून
क्या आप कभी यह सोच सकते हैं कि किसी पुलिसकर्मी की पत्नी किशोरियों से देह व्यपार का धंधा करवायेगी, शायद नहीं , लेकिन देहरादून में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे पढ़कर आप भी हैरत में पड़ जायेंगे. एक पुलिस कर्मी की पत्नी अपनी सहेलियों के साथ मिल कर किशोरियों से देह व्यपार जैसा शर्मनाक कार्य करवाती थी. लेकिन अब पहुँच गयी है सलाखों के पीछे. …… पढ़िए पूरी खबर
हुआ यूं कि एक किशोरी के अपहरण के मामले में पुलिस की गिरफ्त में आई पुलिसकर्मी की पत्नी जो अपनी दो सहेलियों के साथ मिलकर किशोरियों से देह व्यापार कराती थी। सोमवार को कोर्ट में दो किशोरियों के धारा 164 के तहत दर्ज बयानों में इसका खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस कर्मी की दो सहेलियां फरार हैं।
चार दिन पूर्व संजयनगर खेड़ा निवासी एक नाबालिग रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। नाबालिग की मां ने गणेश गार्डन तीनपानी डैम निवासी महिला और उसकी दो सहेलियों पर नाबालिग बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था।
इस पर पुलिस ने उस पर उसकी सहेलियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने मामले के खुलासे के लिए एसपी सिटी देवेंद्र पींचा और एसओ ट्रांजिट कैंप बीडी जोशी के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। पुलिस ने घटना के दूसरे दिन ही महिला के घर से किशोरी को बरामद कर लिया था।
इस मामले में सिपाही की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने महिला के घर से एक और किशोरी बरामद किया। सोमवार को पुलिस ने दोनों किशोरियों का मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में धारा 164 के तहत उनके बयान दर्ज कराए।
इसमें दोनों ने महिला और उसकी दो सहेली के द्वारा देह व्यापार कराने की बात स्वीकारी। एसओ जोशी ने बताया कि नाबालिगों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर तीनों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार अधिनियम की धारा बढ़ाई गई है। दोनों सहेलियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
पुलिस पूछताछ में इस बात का खुलासा भी हुआ है कि आरोपित वे तीनों तीन माह से रुद्रपुर एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से देह व्यापार का धंधा चला रही थी। ग्राहकों को तीनों व्हाट्सएप ग्रुप पर नाबालिगों के फोटो भेजती थी और सौदा तय होने पर ग्राहक दोनों सहेलियों के कमरे पर पहुंचते थे। ग्राहक के हिसाब से नाबालिगों की कीमत लगाई जाती थी। कई बार इन लोगों द्वारा नाबालिगों को रामनगर, नैनीताल व अन्य शहरों के होटलों में भी भेजा गया था।
महिला की सहेली ने सबसे पहले देह व्यापार का धंधा शुरू किया था। इसके बाद उसने दूसरी सहेली को अपने धंधे में शामिल किया और फिर सिपाही की पत्नी को भी दोनों ने अपने साथ शामिल कर लिया। उसके धंधे में शामिल होने के बाद तीनों ने उसके पति के नाम से नाबालिगों को डरा-धमकर भी गलत काम करवाना शुरू कर दिया। फोन पर भी कई ग्राहकों से उक्त लोग नाबालिगों के लिए संपर्क करते थे जिसके चलते पुलिस तीनों के मोबाइल की भी जांच कर रही है।
नाबालिग का अपहरण करने के आरोप में एक पुलिस कर्मी की पत्नी को गिरफ्तार किया था। देह व्यापार की आशंका होने पर नाबालिगों के कोर्ट में धारा 164 के बयान दर्ज कराए गए। इसमें तीनों महिलाओं द्वारा नाबालिगों से अनैतिक देह व्यापार कराये जाने की पुष्टि हुई है। पुलिस कर्मी के इसमें शामिल होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। आगे भी जांच की जा रही है।